बुखार को हल्के में मत लीजिए। यह शरीर में किसी समस्या का संकेत हो सकता है। हल्का बुखार है तो घर पर ही देखभाल हो सकता है। परंतु अगर लंबे समय तक बुखार आपको रहे तो हम कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं। आप उसे उपयोग में ले सकते हैं। सही इलाज और देखभाल से घर पर भी बुखार को भगाया जा सकता है। और अपने आप को स्वस्थ रखा जा सकता है।
बुखार: एक सामान्य लेकिन खतरनाक संकेत हो सकता है:
बुखार शरीर की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है जो यह बताती है। कि हमारे शरीर में असामान्य हो रहा है। यह अपने आप में कोई रोग नहीं होता बल्कि यह शरीर में चल रही किसी बीमारी , संक्रमण या अन्य शारीरिक और संतुलन का लक्षण होता है। जब भी हमारे शरीर में वायरस ,बैक्टीरिया प्रवेश करते हैं, तो शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली उनसे लड़ने के लिए सक्रिय हो जाती है। इसी प्रक्रिया में शरीर का तापमान बढ़ जाता है। जिसे हम बुखार कहते हैं।
बुखार क्या है:
सामान्य रूप से मनुष्य का शरीर का तापमान लगभग 98.6 फारेनहाइट या 37 डिग्री सेल्सियस होता है। जब यह तापमान 100.4 फारेनहाइट या 38 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो जाता है तो उसे बुखार माना जाता है। कई बार यह कुछ घंटे तक ही रहता है, यहां उसके पर ही निर्भर करता है।
बुखार के लक्षण :
बुखार के साथ अक्सर कई अन्य लक्षण दिखाई देते हैं, जो इसके कारण का अंदाजा लगाने में मदद करते हैं। सामान्य लक्षण कुछ इस प्रकार है। (1) शरीर का तापमान बढ़ जाता है। (2) बुखार आने पर हमें ठंड लगे या कब कंपकंपी होने लगता है। (3) सर में दर्द होने लगता है और भूख मैं कमी आने लगती है। और कभी-कभी तो उल्टी और दस्त भी होने लगता है।
सामान्य बुखार के लिए घरेलू उपाय:
(1)आपको एक छोटी बात बताता हूं कि आपके घर में ही ऐसी औषधीय है जिनको दुनिया भर के लोगों ने आज मान्यता दे दी है उसमें से एक है तुलसी अगर तुलसी आपके घर में है जिसके पत्ते गहरे हरे होते हैं तो आपके घर में सब बीमारियों का इलाज है इस पत्ते का अगर कोई भी काढ़ा बनाकर पी लेता है तो उसको कोई भी बुखार नहीं होगा। अगर बुखार ठीक होने के बाद जो शरीर में दर्द रह जाए तो आप तुलसी का काढ़ा बनाकर पीले।
(2)। आपको बुखार आजाए तो 15 से 20 तुलसी के और 3 से 4 काली मिर्च को पीसकर आधा गिलास पानी में खूब गर्म करके थोड़ी देर बाद पिलो। आप इसको दिन में तीन बार ले सकते हैं। इतने से ही आपका बुखार तुरंत ठीक हो जाएगा।
(3) अगर ज्यादा तेज बुखार हो तो तुलसी के कार्य में अदरक का रस मिलाओ नहीं तो सोंठ का पाउडर मिलाओ। अगर और ज्यादा तेज बुखार है तो इसमें छोटी पीपर मिलाओ। और ज्यादा तेज बुखार है, तो नीम की गिलोय मिलाओ। नीम के छाल का पाउडर भी मिल सकते हैं, कितना भी तेज बुखार हो जड़ से खत्म हो जाता है इसका मुख्य औषधि तुलसी है।




चिकनगुनिया और डेंगू जैसे खतरनाक बुखार को ठीक करने का घरेलू उपाय:
आपने हार सिंगार का पौधे का नाम तो सुना होगा। इस पेड़ को पहचानने का बहुत ही आसान तरीका है उसका फूल सफेद होते है और उसके डंडे का रंग केसरिया होता है। इसके 5 से 6 पत्ते लेने हैं और पीसकर चटनी बनाकर एक गिलास पानी खूब गरम करना है। और जब पानी आधा गिलास हो जाए तो उसे ठंडा करके पी लेना है। इसको तीन से चार दिनों तक ही पीना है। इसको पिटने से गठिया का रोग भी ठीक हो जाता है।


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